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धान खरीदी ने पकड़ी रफ्तार, रोजाना मंडियों में हो रही तीन से चार लाख मीट्रिक टन की खरीदी…

रायपुर। प्रदेश में पिछले साल की तुलना में अब तक लगभग 10 लाख मीट्रिक टन से कम धान खरीदी हुई है. हालांकि, पिछले तीन दिनों में किसानों की आमद बढ़ने से मंडियों में धान खरीदी ने रफ्तार पकड़ी है. प्रतिदिन तीन से चार लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होने लगी है. अब तक 7.87 लाख किसानों ने धान बेचा है, जिसके एवज में उन्हें 73,13 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है.खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर 1 नवम्बर 2023 से धान खरीदी का महाभियान निरंतर जारी है. किसानों की सहुलियत को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष 2 हजार 739 धान उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं. धान खरीदी के एवज में किसानों को भुगतान के लिए मार्कफेड द्वारा अपेक्स बैंक को अब तक कुल 7 हजार 313.02 करोड़ रुपए जारी किया गया है.

राज्य सरकार द्वारा किसानों के सहुलियत को ध्यान में रखते हुए सुगमतापूर्वक धान खरीदी के निर्देश दिए गए हैं. धान उपार्जन केन्द्रों में निर्धारित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुदृढ़ करने को कहा गया है. खाद्य विभाग के अधिकारियों को धान खरीदी व्यवस्था का निरंतर निरीक्षण करने को भी कहा गया है.राज्य शासन ने इस वर्ष प्रदेश के किसानों से 130 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है. इस खरीफ विपणन वर्ष में धान बेचने के लिए प्रदेश के 26.86 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है. इसमें कुल पंजीकृत रकबा 33.15 लाख हेक्टेयर है, वहीं 2.59 लाख नवीन किसानों ने पंजीयन कराया है.

पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है. अब तक कुल धान खरीदी 35.57 लाख मीट्रिक टन धान में से 27.43 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 17.02 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका हैखाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया आज की धान खरीदी के लिए 76 हजार 463 टोकन जारी किए गए थे. इनमें टोकन तुंहर हाथ एप के तहत 28 हजार 082 टोकन ऑनलाइन जारी किए गए थे. गत डेढ़ माह में राज्य के 7 लाख 86 हजार 463 पंजीकृत किसानों से 36 लाख 58 हजार 374 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है.

 

 

 

 

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