छत्तीसगढ़

वन मंत्री केदार कश्यप ने मछली पालन के नाम पर करोड़ों के घोटाले का लगाया आरोप, कहा…..

छत्तीसगढ़ में शराब, कोयला और गोबर घोटाल के बाद अब मछली पालन के नाम पर करोड़ों रूपये के घोटाले का मामला सामने आया है। वन मंत्री केदार कश्यप ने पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया है कि पिछली सरकार में मछली पालन के नाम पर एक नए घोटाला सामने आया है। आदिवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने वाले नक्सल बजट से मत्स्य विभाग में करोड़ों रूपये का खेला करते हुए ठेका एजेंसियों को फायदा पहुंचाने का काम किया गया।

गौरतलब है कि छत्तीसढ़ में सरकार बदलने के बाद से ही पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर कई गंभीर आरोप लग रहे है। आरोपों की इसी कड़ी में वन मंत्री केदार कश्यप ने पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार पर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लिए आए बजट मेें मछली पालन के नाम पर करोड़ों रूपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि आदिवासियों के उत्थान और स्वरोजगार के लिए मिले बजट को मछली पालन के केज बनाने की सब्सिडी में खर्च कर दिया गया। भ्रष्टाचारियों ने यह कारनामा उस फंड में कर दिया है, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास और रोजगार के लिए भेजा गया था। केदार कश्यप ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस शासनकाल में किसानों के उत्थान के नाम पर आई रकम से अफसर और कर्मचारियों ने अपना उत्थान किया है। उन्होंने आरोप लगाते कहा कि राजनांदगांव में केज कल्चर प्रणाली से मछली पालन के नाम पर करीब 5 करोड़ का घोटाला सामने आया है। उन्होने बताया कि सरकार के रिकॉर्ड में दर्ज हितग्राहियों को कुछ भी जानकारी नही है। मौके पर तालाब में न ही केज का और ना ही मछली पालन का कोई पता है।

मंत्री कश्यप ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों का हक कांग्रेस ने मारा है। उन्होंने आरोप लगते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कि भ्रष्टाचारी सरकार ने कोयला, शराब और गोबर में घोटाला करने के साथ ही डीएफ और राशन तक में घोटाला किया गया। इन सारे घोटालों के बाद अब भूपेश बघेल सरकार का मछली पालन के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। मंत्री केदार कश्यप ने चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार में सभी लुटेरों का हिसाब बराबर किया जायेगा।

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