रायपुर। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को संजोकर रखने और उनके प्रचार-प्रसार के लिए छत्तीसगढ़ के वाद्ययंत्रों की प्रदर्शनी भी राज्योत्सव में लगाई गई है। कलाकार रिखी क्षत्रीय ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को मांदर भेंट किया। मुख्यमंत्री ने वादकों के साथ मांदर बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया।
रिखी क्षत्रीय ने मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़ के वाद्ययंत्रों जैसे सारंगी, नगाड़ा, मृदुल, चिकारा, कोंडोडका, खनखना, कुतुर्गी, खेती, मुंडाबाजा, हुलकी, मोहरी, तुर्रा, रुंजू, तुरही, मांदरी मांदर, तोड़ी, चरहे, तम्बुरा, बांसबाजा, सींगबाजा, गतका, माडिया ढोल, दमउ, खर्रा, चरहे, चटका, झंडी डंडा, खल्लर, छड़ी, कोटेला, खडका, सिलफिली, खरताल, अलगोजा, गुदुम बाजा, झुनझुना, डफरा, और टिमकी की जानकारी दी। छत्तीसगढ़ के परंपरागत वाद्ययंत्रों का उपयोग और उनकी उपयोगिता से भी अवगत कराया।