कोरिया। कोरिया में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है। चाचा की मौत पर मुखाग्नि के लिए भतीजे ने 1 लाख रुपये या 5 डिसमिल जमीन की डिमांड कर ली। जिसके बाद महिला ने खुद ही अपने पति को मुखाग्नि दी। घटना कोरिया जिले के पटना से सटे ग्राम पंचायत करजी का है। जहां मुक्ति धाम में महिला ने अपने पति को मुखाग्नि दी। नजारा देखकर लोगों की आंखें डबडबा गयी।
दरअसल ग्राम पंचायत करजी निवासी कतवारी लाल राजवाड़े अपनी पत्नी के श्यामपति के साथ रहता था। कतवारी को कैंसर था। पिछले कई महीनों से उसकी स्थिति काफी खराब हो गयी थी। दोनों का कोई संतान भी नहीं था, लिहाजा इलाज के लिए पत्नी श्यामपती को अपनी जमीन बेचनी पड़ गयी। इलाज के बीच ही कतवारी लाल राजवाड़े का निधन हो गया।
अंतिम संस्कार को लेकर श्याम पति ने सहयोग मांगा, तो अजीबो गरीब स्थिति पैदा हो गयी। सनातन परंपरा में मुखाग्नि की अहमियत होती है, लेकिन दोनों का कोई संतान नहीं था, लिहाजा मृतक की पत्नी और राजवाड़े समाज के लोगों ने मृतक कतवारी के बड़े भाई के लड़के संतलाल को मुखाग्नि देने का अनुरोध किया।
लेकिन, संतलाल ने इसके बदले एक लाख रूपये या 5 डिसमिल जमीन की मांग रख दी। मृतक की पत्नी ने कहा कि उनके पास महज 15 से 20 डिस्मील जमीन जीवन यापन करने के लिए है, उसमें से वह 5 डिस्मील जीन दे देगी तो जीवन यापन कैसे करेगी। वह 15 हजार रूपए देने के लिए तैयार थी, लेकिन वह नहीं माना तब अंत में मृतक कतवारी लाल राजवाड़े की पत्नी श्यामपति राजवाड़े ने स्वयं मुखाग्नि देने एवं समस्त क्रिया कर्म करने का फैसला लिया।
श्यामपति अपने पति के अर्थी को कांधा देकर मुक्तिधाम पहुंची और मुखाग्नि दी।पति की अर्थी को कंधा देकर मुक्तिधाम ले जाते एवं अंतिम संस्कार में मुखाग्निी देते हुए देखने वालों की भीड़ गांव के सड़कों के किनारे और मुक्तिधाम में लग गई थी और जिसने भी यह मंजर देखा सभी के आंखों से आंसू आ गए।