आरंगछत्तीसगढ़

खोरसी जनपद क्षेत्र से शेखर नारंग पुनः मैदान में

आरंग। प्रदेश में त्रिस्तरीय चुनाव की तैयारी पूर्ण हो गयी है जिसमें नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत के साथ जिला, जनपद और पंचायत चुनाव इस बार एक साथ होना है, जिसमें आरक्षण की प्रक्रिया पूर्ण हो गयी है। अब मात्र चुनाव का तारीख घोषणा होना बाकी है, वही आरक्षण घोषित होने के बाद पूर्व सक्रिय प्रत्याशी अपना पत्ता खोल रहे है और दमदारी से चुनाव कार्य में लग गए है।

वही जनपद क्षेत्र क्रमांक 1 से इस बार भैंसा पंचायत बाहर हो चूका है जिससे क्षेत्रीय राजनीतीय गणित में खासा असर देखने को मिल रही है। अब क्षेत्र क्रमांक – 1 मे 10 गाँव सम्मिलित है जनपद क्षेत्र खोरसी में करमा, खोरसी, भटिया, लांजा, मजीठा, परसवानी, सेजा, अछोली, भैंसमुड़ी, कुलीपोटा, सम्मिलित है। इस क्षेत्र में पूर्व तीन प्रत्याशीयों के मध्य सीधी टककर थी जिसमें भैंसा ग्राम पंचायत का खासा असर था, पर इस बार भैंसा इस क्षेत्र से अलग हो गया है।

मिली जानकारी अनुसार क्षेत्र अनुसूचित जाति हेतु आरक्षित हुआ है पूर्व में महिला आरक्षित था पर इस बार अनुसूचित जाति मुक्त है, इस क्षेत्र से दो बार के प्रबल दावेदार शेखर नारंग अपनी दावेदारी पुनः पेश कर रहे है जो पूर्व में दूसरे स्थान पर रहे थे तथा क्षेत्रीय राजनीति में अपना एक विशेष स्थान रखते है, क्षेत्र के लोगों से चर्चा करने पर पता चला कि इस बार शेखर नारंग को क्षेत्र की कमान मिल सकती है क्योंकि क्षेत्र के लोगो की सहानुभूति पिछले दो बार के निकट प्रत्याशी शेखर पर बना हुवा है , शेखर अपने सरल सहज व्यक्तित्व के लिए जाने जाते है जो पिछले दशक से अपने सामाजिक कार्यक्रमों के साथ साथ सभी समाज मे अपनी समाजिक व्यक्तित्व का गहरी छाप रखते है शेखर नारंग क्षेत्र के कुलीपोटा गाँव से एक समान्य सतनामी परिवार से है तथा उच्च शिक्षा करके विद्यार्थी जीवन से ही समाजिक कार्यों मे सक्रिय भूमिका निभा रहे है और जीवन निर्वहन हेतु भैंसा मे ही पान मशाला की छोटी सी दूकान पर आश्रित है। इनकी शिक्षा संस्कृत में मास्टर डिग्री तथा समाज शास्त्र में एम ए पूर्ण है जहाँ शेखर नारंग आज के समय में आरक्षित समाज से होकर भी इतनी उच्च शिक्षा के बावजूद सरकारी नौकरी से अनभिज्ञ है और क्षेत्र के जनसेवा में लगे हुए है जो वर्तमान की एक क्षेत्रीय प्रतिनिधि की समस्त अर्हता को पूर्ण करती है। आज हमारे राजनीति मे ऐसे ही युवाओ की आवश्यकता है जो एक क्षेत्रीय प्रतिनिधि की समस्त अर्हता/ योग्यता को पूर्ण कर जनकल्याण का कार्य कर सके, आम जनता से सीधे जुड़े हो ।

वही प्रत्याशी शेखर नारंग से चर्चा करने पर पता चला कि उसकी तैयारी इस बार 10 वर्ष के पूर्व अनुभव के साथ मैदान में उतर रहे है और क्षेत्र की जनता इस बार अवश्य अपना आशीर्वाद देगी, पिछले चुनावों में जो कमी रह गयी थी उसे लोगों के बीच जाकर दूर करेंगे और क्षेत्र में सक्रिय राजनीति की मिसाल पेश करेंगे, जिससे क्षेत्र का जो विकास एक जनपद सदस्य के द्वारा होना चाहिए वो करके दिखाएंगे वही इस बार प्रतिद्वंन्दी पर चर्चा करने पर पता चला की क्षेत्र पूर्व जनपद प्रतिनिधि अनिल सोनवानी इस बार मैदान में रहेंगे जिससे सीधे टक्कर रहेगी, जो क्षेत्र मे अपनी सक्रिय भूमिका मे है वही क्षेत्र मे अनेक प्रत्याशी मैदान मे आ सकते है पर अभी इनका पत्ता खुलना बांकी है।

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