आज गुरु पूर्णिमा पर करें इन प्रभावशाली मंत्रों का जाप, जीवन की बाधाएं होगी दूर…

नई दिल्ली। आज देशभर में गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जा रहा है। यह दुनिया के सभी गुरूओं को समर्पित दिन होता है। गुरू पूर्णिमा पर्व को श्रद्धा, भक्ति और कृतज्ञता का प्रतीक माना जाता है जो गुरु के प्रति सम्मान व्यक्त करता है। कहते हैं कि, गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य अपने गुरु को समर्पण भाव से नमन करते हैं और उनके आशीर्वाद से जीवन के संकटों से मुक्ति की कामना करते हैं।
गुरु, आपके जीवन में सच्चे मार्गदर्शक होते है, जिनके बिना आपके जीवन का कोई आधार नहीं होता है।हिन्दू संस्कृति में गुरु को ब्रह्मा, विष्णु और महेश के समान पूजनीय माना गया है, जो न केवल ज्ञान के स्रोत होते हैं, बल्कि आत्मिक जागृति के मार्गदर्शक भी होते है।
गुरु पूर्णिमा पर करें मंत्रों का जाप
यहां पर कहा जाता है कि, गुरु पूर्णिमा के दिन को काफी खास माना जाता है तो वहीं पर इस दिन आध्यात्मिक साधना, ध्यान और मंत्र-जाप करने से गुरु प्रसन्न होते है और मनोकामना की पूर्ति करते है। यहां पर धार्मिक मान्यता के अनुसार कहा गया है कि, गुरु पूर्णिमा के दिन अगर कोई सच्चे मन से गुरु मंत्रों का जाप करता है तो उसके जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती है। इसके अलावा ही चित्त शांत रहता है और आत्मिक विकास की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त होता है।
इन प्रभावशाली मंत्रों के जाप से गुरु होंगे प्रसन्न:
गुरु मंत्र
ॐ गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वरः।
गुरु साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥
इस मंत्र का 11, 21 या 108 बार जाप करने से गुरु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में मार्गदर्शन मिलता है.
गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवः स्वः
तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात्॥
यह मंत्र बुद्धि को तेज करने और आत्मिक जागरूकता के लिए उत्तम माना गया है। गुरु पूर्णिमा पर इसका जाप विशेष फलदायी होता है.
गुरु अष्टकम् के श्लोक
शंकराचार्य द्वारा रचित गुरु अष्टकम् का पाठ भी इस दिन लाभकारी माना गया है।
“गुरुरादिरनाथः गुरुं मध्यमं नाथमात्मप्रबोधाय देवं नमामि॥”
यह श्लोक गुरु के आध्यात्मिक महत्व को दर्शाता है और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है.
ॐ श्री गुरुभ्यो नमः
यह सरल लेकिन प्रभावशाली बीज मंत्र गुरु के प्रति समर्पण और कृतज्ञता व्यक्त करता है.