
राजधानी गर्ल्स हॉस्टलों में घुस रहे अजनबी युवक, सुरक्षा पर उठे सवाल, स्थानीयों ने प्रशासन से की सख्त कार्रवाई की मांग…
रायपुर। राजधानी के प्रमुख शैक्षणिक क्षेत्र न्यू राजेन्द्र नगर में स्थित कुछ गर्ल्स हॉस्टलों को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन हॉस्टलों में हाल के दिनों में अपरिचित युवकों की आवाजाही देखी गई है, जिससे छात्राओं की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों में गंभीर चिंता व्याप्त है।
बताया जा रहा है कि इन हॉस्टलों में छत्तीसगढ़ के दूर-दराज़ जिलों से आईं युवतियां कोचिंग, पढ़ाई और नौकरी के उद्देश्य से रह रही हैं। लेकिन हाल ही में कई बाहरी युवक इन परिसरों में बिना रोक-टोक के आते-जाते देखे गए हैं, जो हॉस्टल नियमों और सुरक्षा मानकों का खुला उल्लंघन है।
प्रश्न उठते हैं…
- क्या इन हॉस्टलों में सुरक्षा गार्ड, रजिस्टर एंट्री, और सीसीटीवी जैसी बुनियादी व्यवस्थाएं मौजूद हैं?
- क्या हॉस्टल संचालकों ने रहने वाली छात्राओं के अभिभावकों को सूचित किया है?
- बाहरी युवकों को प्रवेश की अनुमति कौन दे रहा है? क्या यह कोई सुनियोजित लापरवाही है?
- क्या स्थानीय थाना और नगर निगम को इस स्थिति की जानकारी है?
स्थानीय लोगों और समाजसेवियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए, तो यह स्थिति भविष्य में किसी बड़ी घटना को जन्म दे सकती है। कई समाजसेवियों ने कहा कि केवल “गर्ल्स हॉस्टल” का बोर्ड लगा देने से सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती — ज़रूरत है व्यवस्थित निगरानी और ज़िम्मेदार प्रबंधन की।
प्रशासन की भूमिका पर उठी उंगलियां
प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस, महिला एवं बाल विकास विभाग और नगर निगम जैसी जिम्मेदार संस्थाएं अब तक इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। जानकारों का मानना है कि तत्काल निरीक्षण और सुरक्षा ऑडिट की ज़रूरत है ताकि रहवासी छात्राओं को एक सुरक्षित वातावरण मिल सके।