
बीमारी ठीक करने के बहाने धर्म परिवर्तन का मामला, पास्टर समेत 7 आरोपियों को लिया हिरासत में…
अंबिकापुर। सरगुजा जिले के सीतापुर नगर पंचायत क्षेत्र के उरांवपारा इलाकें में ईसाई समुदाय द्वारा धर्म सभा का आयोजन कर बीमारी ठीक करने का मामला सामने आया है। आपको बता दें कि हिंदू संगठन के पदाधिकारियों की रिपोर्ट पर सीतापुर पुलिस ने उरांवपारा इलाकें में बिना अनुमति चल रहें ईसाई धर्म सभा के कार्यक्रम को बंद कराया है और मौके से पास्टर और उसके 06 साथियों को पुलिस ने थाना लाकर पूछताछ शुरू कर दी है। हिंदू संगठन के पदाधिकारियों का आरोप है कि मिशनरियों के बिना प्रशासन के किसी अनुमति के बिना ही धर्म सभा का आयोजन कर बीमारी ठीक करने का दावा करते हुए धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा था।
हिंदू संगठन के लोगों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
वहीं इधर पूरे मामले में सीतापुर पुलिस थाने के सामने हिन्दू संगठन के पदाधिकारियों ने एकजुट होकर पूरे मामले में जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई करने की मांग की है ताकि धर्मांतरण पर अंकुश लग सकें। मीडिया से बातचीत के दौरान हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि कुछ पास्टर और उनके अन्य साथी अन्य जिले से आकर बिना प्रशासन के अनुमति लिए बिना ही धर्म सभा का आयोजन कर बीमारी ठीक करने का दावा कर रहें थे। वहीं इधर पूरे मामले में पीड़ित वृद्ध महिला ने बताया कि उसे शुगर सहित अन्य बीमारियों की शिकायत है इसलिए उसने ईसाई समुदाय के लोगों को अपने घर बुलाया था जहां पूजापाठ और झाड़फुंक का कार्यक्रम चल रहा था।
पुलिस ने पास्टर और 6 साथियों को लिया हिरासत में
फिलहाल पूरे मामले में सीतापुर पुलिस ने पास्टर और उसके 06 साथियों को थाने में बिठाकर पूछताछ शुरू कर दी है और जांच के बाद उनके खिलाफ विधिसम्मत कारवाई करने की बात की है। विदित हो कि बीते सोमवार को मैनपाट कमलेश्वरपुर पुलिस ने धर्मांतरण के मामले में FIR दर्ज किया है जिसके बाद ठीक ऐसी घटना यानी धर्म सभा का आयोजन कर बीमारी ठीक करने का दावा ईसाई समुदाय के कुछ लोगों के द्वारा किए जाने के बाद हिन्दू संगठन लामबंद हो गया है और पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। फिलहाल सीतापुर थाना प्रभारी गौरव पाण्डे ने हिन्दू संगठन के लोगों को आश्वासन दिया है कि पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी जिसके बाद हिन्दू संगठन के पदाधिकारी शांत हुए है।