
ह्त्या या आत्महत्या! दफ्तर में फांसी पर लटकी मिली मजदूर की लाश…
महासमुंद। जिले के पिथौरा थाना क्षेत्र से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक मजदूर की लाश मजदूर दलाल के दफ्तर में फांसी पर लटकी मिली है। परिजनों का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है।
यह तस्वीर है महासमुंद जिले के पिथौरा थाना क्षेत्र की… जहां मजदूर दलालों के आतंक ने एक और गरीब की जिंदगी छीन ली। कौहाबाहरा रायतुम निवासी जालंधर यादव (35 वर्ष) की लाश मजदूर दलाल के दफ्तर में फांसी पर लटकी मिली।
जबरन घर से उठाकर ले गए थे गुर्गे
परिजनों का आरोप है कि तीन दिन पहले दलाल नरेंद्र राजपूत, हीरालाल यादव और मदन सिन्हा के गुर्गे उसे जबरन घर से उठाकर ले गए थे। कल शाम पुलिस को जालंधर की लाश स्वस्तिक ऑटो डील नामक ऑफिस की खिड़की से लटकी मिली।
दलालों से लिया था 40 हजार एडवांस
बताया जा रहा है कि मजदूर दलालों ने उससे 40 हजार रुपए एडवांस लिया था। जब उसने ईंट भट्ठा जाने से इनकार किया तो उससे 80 हजार लौटाने का दबाव बनाया गया। दबाव इतना बढ़ा कि जालंधर ने अपनी एक एकड़ जमीन बेच दी। इसके बावजूद दलालों का अत्याचार जारी रहा और अब उसकी संदिग्ध मौत हो गई।
ये आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है – परिजन
परिजन साफ कह रहे हैं— यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है। वे आरोपियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस घटना ने मजदूर दलालों के बढ़ते आतंक और प्रशासन की चुप्पी पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी तेजी और गंभीरता दिखाती है… या फिर मजदूर दलालों की यह काली करतूत यूं ही दबा दी जाएगी।