
छ.ग. महतारी की मूर्ति को खंडित करने की घटना 3 करोड़ जनता के स्वाभिमान अस्मिता पर गहरा आघात हैं: परमानंद जांगड़े
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तेलीबांधा में स्थापित छत्तीसगढ़ महतारी की पवित्र मूर्ति को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा किया गया अपमान छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ जनता के माँ के साथ किया गया अपमान है। छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को तोड़ फोड़ कर खंडन, किया जाना राज्य की वर्तमान भाजपा सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर पूर्णतः असफलता, उदासीनता और अराजकता को दर्शाने वाली एक कड़ी है।
यह घटना केवल एक पत्थर की मूर्ति को नुकसान नहीं है। यह छत्तीसगढ़ की संस्कृति, नारी के सम्मान और हमारी सामूहिक आस्था हमारी छत्तीसगढ़ महतारी पर एक घिनौना हमला है। हैरानी की बात यह है कि राजधानी के इतने संवेदनशील चौक पर प्रशासन इतनी बड़ी घटना को रोकने में विफल साबित हो रहा, जहाँ पूरे शहर के चौक चौराहों पर सी .सी .टी .वी कैमरे से सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस पेट्रोलिंग व्यवस्था की पोल खोल दी है।

इस गंभीर घटना को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता परमानंद जांगड़े ने इस घटना को छत्तीसगढ़ के अस्मिता पर हमला करार देते हुए इस घटना पर तत्काल उच्च-स्तरीय जांच एस.आई.टी गठन कर उक्त घटना की बारीकी से निष्पक्ष जाँच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाये। साथ ही छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति की गरिमा पूर्ण पुनर्स्थापना सुनिश्चित की जाए। राज्य सरकार जनता के सामने जवाब दे कि कैसे राजधानी की मुख्य चौक पर ऐसी घटना घटित हो गई इस पर सरकार के द्वारा स्पष्ट प्रतिक्रिया छत्तीसगढ़ की आवाम को प्रदान करे।

छत्तीसगढ़ महतारी हमारी शक्ति और अस्मिता का प्रतीक हैं। उनके अपमान को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार को यह समझ लेना चाहिए कि अगर उसने अब भी संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा और छत्तीसगढ़ के सम्मान की रक्षा को गंभीरता से नहीं लिया, तो जनता एकजुट होकर भाजपा सरकार को उनकी नाकामी पर चुनाव में अपने मताधिकार से जवाबी कार्रवाई करेगी।



