
गरियाबंद | छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले से बड़ी वन्यजीव संरक्षण की खबर सामने आई है। उदंती–सीतानदी टाइगर रिजर्व के तौरेंगा वन परिक्षेत्र में एक तेंदुआ शिकारियों द्वारा लगाए गए फंदे में फंसकर गंभीर रूप से घायल हो गया। तेंदुए की हालत इतनी नाजुक थी कि उसकी जान पर बन आई थी, लेकिन वन विभाग की तत्परता से उसकी जान बचा ली गई।
7 दिन से फंदे में तड़प रहा था तेंदुआ
जानकारी के मुताबिक, ग्राम कोकोड़ी के पास तेंदुआ झाड़ियों में छिपा हुआ था और बार-बार आबादी की ओर आ रहा था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। मौके पर पहुंचे सहायक संचालक (SDO) गोपाल कश्यप ने ड्रोन के जरिए तेंदुए की लोकेशन ट्रेस करवाई, जिसमें उसके गले में दो तार के फंदे गहरे धंसे हुए पाए गए। तेंदुआ करीब 7 दिनों से घायल अवस्था में था और दम घुटने की स्थिति में था।
SDO ने दिखाई बहादुरी, खुद उतरे रेस्क्यू में
अंधेरा होने से पहले हालात बिगड़ते देख SDO गोपाल कश्यप ने खुद मोर्चा संभाला। उन्होंने जान की परवाह किए बिना रस्सी और जाल से तेंदुए को पकड़कर काबू में किया। इस दौरान तेंदुए ने उन पर हमला भी किया, लेकिन साहस और सूझबूझ से उसे गजराज वाहन में रखे पिंजरे में सुरक्षित बंद कर लिया गया।
डॉक्टरों ने निकाले फंदे, हालत स्थिर
तेंदुए को तौरेंगा रेस्ट हाउस लाया गया, जहां रात करीब 8 बजे डॉक्टर जय किशोर जडिया और उनकी टीम ने उसे बेहोश कर गले में फंसे दोनों फंदे निकाले। ड्रिप और दवाओं से इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार आया। बाद में उसे सुबह 4 बजे जंगल सफारी के अस्पताल शिफ्ट किया गया, जहां उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है
साल का नर तेंदुआ, जल्द जंगल में छोड़ा जाएगा
उदंती–सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि रेस्क्यू किया गया तेंदुआ करीब 4 साल का नर है। पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद उसे वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
शिकारियों पर इनाम घोषित
वन विभाग ने तेंदुए के शिकार की कोशिश करने वाले अज्ञात आरोपियों की जानकारी देने वालों को 5,000 से 10,000 रुपये तक का गोपनीय इनाम देने की घोषणा की है। सूचना देने के लिए डीएफओ वरुण जैन के मोबाइल नंबर 7568127875 पर संपर्क किया जा सकता है।



