
मुंगेली। मुंगेली में दिनदहाड़े एक युवक को अगवा कर उसकी बेरहमी से मारपीट कर मौत के घाट उतार दिया गया। इस घटना को लेकर पुलिस पर गंभीर लापरवाही के आरोप लग रहे है। मृतक के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि घटना के बाद उन्होने तुरंत थाने में जाकर शिकायत दर्ज करानी चाही, लेकिन पुलिस ने उनकी रिपोर्ट दर्ज किये बगैर ही उन्हे वापस भेज दिया। परिजनों का आरोप है कि यदि पुलिस समय पर एक्शन लेती तो उनके बेटे की जान बच सकती थी।
जानकारी के मुताबिक हत्या की ये वारदात मुंगेली के जरहागांव थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि 26 दिसंबर की दोपहर बरेला वार्ड 13 में रहने वाले 20 वर्षीय राजकुमार धुरी का चार-पांच युवकों ने दिनदहाड़े अपहरण कर लिया। आरोपियों ने राजकुमार को पंजाब बैंक के पास से पकड़कर जबरदस्ती कार में बैठाकर अपने साथ ले गये। इसके बाद आरोपियों ने सुनसान इलाके में ले जाकर राजकुमार की बेरहमी से पिटाई की गयी। इस घटना में गंभीर रूप से घायल राजकुमार को आरोपियों ने अधमरा हालत में उसके घर के बाहर छोड़कर फरार हो गये। जिसके बाद परिजन उसे तुरंत घायल राजकुमार को स्वास्थ्य केंद्र ले गए।
जहां इलाज से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। इस घटना से सदमे में आये मृतक के पिता बेनी राम ने बताया कि राजकुमार का गांव के ही एक व्यक्ति से सालभर पहले विवाद हुआ था। उन्होने आशंका जतायी है कि इसी पुरानी रंजीश में उसके बेटे को अगवा कर मौत के घाट उतार दिया गया। मृतक के पिता ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाये है। उन्होने बताया कि घटना के बाद वे अपनी पत्नी के साथ जरहागांव थाने गए थे। लेकिन पुलिस ने इस घटना की रिपोर्ट लिखने के बजाय उन्हें वापस लौटा दिया।
मृतक के पिता ने आरोप लगाया है कि यदि पुलिस समय पर रिपोर्ट लेकर जांच करती, तो शायद राजकुमार की जान बच सकती थी। वहीं इस घटना पर थाना प्रभारी नंद लाल पैकरा ने मीडिया से चर्चा में बताया कि मारपीट की घटना की जानकारी मिली है। उन्होने बताया कि मृतक के परिजन थाना आए थे, लेकिन रिपोर्ट लिखाए बिना ही वापस चले गए। युवक की मौत के बाद अब पुलिस की कार्य प्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। लिहाजा पुलिस अब परिजनों से बयान लेकर आगे की कार्रवाई करने की बात कह रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस वारदात में शामिल आरोपियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी की जायेगी।



