छत्तीसगढ़ में सर्दी का मौसम आने को है, लेकिन रायपुर के गार्डन बदहाल
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के गार्डनों में मरम्मत के नाम पर हर महीने लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी ये बदहाली का आंसू बहा रहा है। कई गार्डन में झूले, फिसलपट्टी टूटे हुए तो जंगली घास उग आए है। अभी ठंड के मौसम के कुछ दिनों के बाद शुरू हो जाएगी। ज्यादातर लोग इस मौसम में सुबह और शाम को गार्डन सैर करने पहुंचाते है।
राजधानी के मोतीबाग, गांधी उद्यान, अनुपम गार्डन जैसे गार्डनों में कुर्सी, झूले, जंगली घास उग आए है। दूसरी ओर कई गार्डन भी सुरक्षा के भगवान भरोसे है। यहां कब खुलेगा या नहीं उसकी जानकारी देने के लिए नोटिस भी चस्पा नहीं की है। उल्लेखनीय है कि नगर निगम क्षेत्र में लगभग 180 गार्डन है। वहीं जिसकी देखरेख के लिए पर्याप्त कर्मचारी निगम के पास नहीं है। जानकारी के अनुसार अभी निगम के 80 से अधिक से कर्मचारी गार्डन के देखरेख में लगे हुए है।
मोतीबाग उद्यान को आकर्षक बनाने के लिए अभी हाल में नगर निगम के करोड़ों रुपये खर्च की है, लेकिन यहां जंगली घास उग आए है। बच्चों के लिए लगाए नए झूले बिना उपयोग के लिए खराब हो रहे है। हालांकि इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल यहां संवारने का काम किया जा रहा है। जल्द ही सुधार कर लिया जाएगा।
गार्डनों को आकर्षक लुक देने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करके लगाए गए फौव्वारे भी बंद पड़े हुए है। बूढ़ा तालाब में पांच करोड़ के म्यूजिकल फाउंटेन तो शुरू हो नहीं सकी। इसके अलावा मोती बाग उद्यान, गांधी उद्यान, ऊर्जा पार्क आदि जगहों के फौव्वारे भी पड़े हुए है। वहीं इसके लिए अधिकारी के पास एक ही जवाब है पानी गंदा होने
जल्द ही समस्याओं का समाधान करेंगे
गार्डनों को संवारने का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा। -सुरेश चन्नावार, एमआइसी सदस्य, नगर निगम