छत्तीसगढ़

World Liver Day 2022: आज है विश्व लिवर दिवस, इन तरीकों से बनाएं अपने लिवर को रखें हमेशा हेल्दी

रायपुर। लिवर से जुड़ी बीमारियों की जागरूकता को लेकर प्रति वर्ष 19 अप्रैल को विश्व लिवर दिवस मनाया जाता है। राज्य में स्थिति पर नजर डालें तो अस्पतालों में पहुंचने वाले लिवर के अधिकतर रोगियों में बीमारी की प्रमुख वजह शराब का सेवन सामने आ रहा है।

चिकित्सकों के अनुसार डीकेएस अस्पताल की ओपीडी में हर माह लगभग 250 रोगी वहीं आंबेडकर अस्पताल में 150 से अधिक मरीज पहुंचते हैं। यहां 50 से 60 प्रतिशत तक रोगियों में शराब सेवन की वजह से लिवर की समस्या आती है, जबकि 40 प्रतिशत रोगियों में मोटापा, हेपेटाइटिस बी, सी की वजह से लिवर सिरोसिस की शिकायतें देखी जा रही है। अधिकतर रोगियों में लिवर खराब होने की वजह से ट्रांसप्लांट की आवश्यकता होती है। अच्छी बात यह है कि ट्रांसप्लांट की सफलता का दर 90 से 95 प्रतिशत तक होता है, लेकिन प्राइवेट में अधिक खर्च आने की वजह आर्थिक रूप से कमजोर मरीज सुविधा का लाभ नहीं उठा पाते हैं।

हर साल 10 लाख लिवर के रोगी-

डीकेएस अस्पताल के गैस्ट्रो एवं लिवर ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डा. अजीत मिश्रा ने बताया कि छत्तीसगढ़ समेत देश भर में हर साल 10 लाख लिवर सिरोसिस के रोगी सामने आ रहे हैं। इसके मुख्य लक्षणों में पीलिया, पेट में पानी भरना, खून की उल्टी, पैरों में सूजन, अत्यधिक थकान, भूख न लगना, शारीरिक कमजोरी जैसे लक्षण सामने आते हैं। अनियमित जीवन शैली में बदलाव, शराब का सेवन बंद करना, मोटापा में नियंत्रण, वायरल इंफेक्शन होने पर चिकित्सकीय उपचार, दर्द निवारक दवाओं के सेवन से बचना या चिकित्सकीय परामर्श से दवाएं लेना।

अंग प्रत्यारोपण की सुविधा का इंतजार-

चिकित्सकों ने बताया कि लिवर की समस्या से जुड़ अधिकांश रोगियों को अंग प्रत्यारोपण की आवश्यकता पड़ती है। डीकेएस अस्पताल में अंग प्रत्यारोपण की सुविधाएं न होने की वजह से हर माह 50 से अधिक रोगियों की जांच के बाद उन्हें बाहर से अंग प्रत्यारोपण कराने की सलाह दी जाती है। आर्थिक रूप से कमजोर अधिकतर मरीज लाखों के खर्च को वहन न कर पाने की वजह से इससे वंचित हो जाते हैं। हालांकि यहां जल्द ही सुविधा शुरू करने की तैयारी है।

जागरूक होने की जरूरत-

करीब 60 प्रतिशत लिवर रोगियों में बीमारी की वजह शराब है। 40 प्रतिशत रोगियों में मोटापा, हेपेटाइटिस बी, सी वजह है। अधिकतर मरीजों को अंग प्रत्यारोपण की जरूरत पड़ रही है। लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है।

डा. आरएल खरे, मेडिसिन विशेषज्ञ, आंबेडकर अस्पताल

लिवर प्रत्यारोपण ही एक विकल्प-

लिवर खराब होने पर प्रत्यारोपण ही एक विकल्प है। 80-90 प्रतिशत लिवर प्रत्यारोपण रिश्तेदारों द्वारा अंगदान से होता है। शेष ब्रेन डेड मरीजों से। 90 से 95 फीसद केस सफल होते हैं। लिवर दाता का भी अंग समय के साथ विकसित हो जाता है।

डा. अजीत मिश्रा, गैस्ट्रो सर्जन, डीकेएस सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल

लिवर को हेल्दी रखने के तरीके- 

1. अनुशासित जीवनशैली-

इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि अपनी जीवनशैली को अनुशासित बनाए रखना है. इसके लिए न सिर्फ़ पर्याप्त नींद आवश्यक है बल्कि हर काम का अपने समय पर होना भी ज़रूरी है. आप कितना भी व्यस्त क्यों ना रहें लेकिन इस बात का अवश्य ख़याल रखें कि आपको प्रतिदिन कम से कम छह घंटे की नींद अवश्य लेनी है.

2. हेल्दी वैट-

ज्यादा वजन बढ़ना हमारे लिवर के लिए नुकसानदायक होता है. इससे फैटी लिवर होने की समस्या हो सकती है जो आगे चलकर नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज में भी तब्दील हो सकती है. ऐसे में अपने वजन को कंट्रोल में रखना बेहद ज़रूरी होता है.

3.शराब तथा सिगरेट का त्याग-

यदि आप सिगरेट या शराब का सेवन करते हैं तो ये लीवर को कम समय में अत्यधिक रूप से क्षति पहुँचा सकता है. इसलिए शराब और सिगरेट का सेवन करना बिलकुल छोड़ दें. शराब का सेवन करने वाले लोगों का लीवर सामान्य लोगों की तुलना में अधिक जल्दी ख़राब हो जाता है. नशे की लत ना सिर्फ़ शरीर को हानि पहुँचाती है बल्कि इससे मानसिक स्वास्थ्य का भी काफ़ी हनन होता है. इसलिए अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए शराब और सिगरेट को बिलकुल भी हाथ ना लगाएं. ये लीवर का सबसे बड़ा दुश्मन माने गए हैं.

4. फ़िटनेस का ख़याल रखें-

ये बात बिलकुल सत्य है कि शरीर में अतिरिक्त वसा का एकत्र होना विभिन्न बीमारियों को आमंत्रण देने जैसा होता है.अतिरिक्त वसा न सिर्फ़ मोटापा बढ़ाती है बल्कि ये लीवर की कार्यशैली को भी प्रभावित करती है.इससे फैटी लीवर जैसी समस्या भी उत्पन्न हो सकती है.इसलिए अपने शरीर की फ़िटनेस का ख़याल रखना बेहद ज़रूरी है.इसके लिए हम व्यायाम कर सकते हैं.

5. बैलेंस डाइट-

अपने लिवर को हेल्दी रखने के लिए बैलेंस डाइट लेना ज़रूरी होता है. हाई कैलोरी मीट, सैचुरेटेड फैट, रिफाइंड कार्बोहाइट्रेड (जैसे सफेद ब्रेड, सफेद चावल, पास्ता), शुगर को खाने से बचें. इसके साथ ही कच्ची या अधपकी शैलफिश को भी नहीं खाना चाहिए. इसके बजाय फाइबर से भरपूर फूड्स, लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करना बेहतर होता है.

 

6. टॉक्सिन्स-

आपके लिवर के सेल्स को टॉक्सिन्स नुकसान पहुंचाते हैं, ऐसे में टॉक्सिन्स से दूरी बना लें. अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो लिवर की सेहत दुरुस्त रखने के लिए तत्काल इसे छोड़ दें.

लिवर के कुछ महत्वपूर्ण कार्यों में शामिल है-

संक्रमण और बीमारी से लड़ना

रक्त शर्करा का विनियमन

शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालना

कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करना

ब्लड क्लोटिंग में मदद करना

पित्त बनाना

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