छत्तीसगढ़ में मुसीबत बना प्री मॉनसून आकाशीय बिजली गिरने से जानवरों और इंसानों की हो रही मौत, जानें कहां कितने हुए प्रभावित?
रायपुर। प्रदेश मे मॉनसून आयने में थोड़ा समय है लेकिन उसके पहले प्री मॉनसून की शुरुआत हो चुकी है। कुछ ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में थोड़ी बहुत बारिश की शुरुआत हो गई है साथ ही तेज हवाएं भी चल रही है। लेकिन यही प्री मॉनसून कई लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। प्री मॉनसून आते ही कई जगह आकाशीय बिजली गिरने लगी है जिससे जान-माल की हानि होने की जानकारी भी स आमने आई है।
पहली घटना बालोद जिले से है जहां आकाशीय बिजली की चपेट में आने से पेड़ के नीचे खड़ी 28 बकरियों की एक साथ मौत हो गई, वहीं चरवाहा बाल-बाल बच गया।
डौंडीलोहारा के टिकरापारा में बरसात से बचने के लिए चरवाहा बकरियों के साथ पीपल पेड़ के नीचे खड़ा हुआ था। इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरी, और सारी बकरियों को अपनी चपेट में ले लिया।
दूसरी घटना जगदलपुर के परपा थाना क्षेत्र के पंडरीपानी से सामने आई जहा तेज बारिश के चलते एक घर में आकाशीय बिजली गिरने से महिला घायल हो गई। बिजली इतनी जोर से गिरी कि उसके घर का शीशा भी टूट गया और बिजली का बोर्ड भी जल गया। महिला को डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसका इलाज चल रहा है।
तीसरी घटना मनेन्द्रगढ़ की है जहां आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो मासूमों की मौत हो गई। भरतपुर विकासखंड के ग्राम चैती के ददरा टोला में घर के अंदर आकाशीय बिजली गिरी। जिसकी चपेट में आकर एक ही परिवार के दो मासूमों की मौत हो गई। 12 वर्षीय लड़के और 5 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई।