बेटे से इधर-उधर नहीं जाना, मैं सोने जा रही हूं बोलकर,लटक गई फांसी के फंदे से
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मध्यप्रदेश के सतना जिले की महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल, महिला के सुसाइड के कारणों का पता नहीं चल सका है। आत्महत्या करने से पहले उन्होंने अपने बेटे से बात की थी और कहा था कि वह स्कूल से सीधे घर आ जाए। इधर-उधर नहीं जाना, मैं सोने जा रही हूं। पुलिस ने उसके पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें महिला ने लिखा है कि मैं जिंदगी से परेशान होकर आत्महत्या कर रही हूं। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार मूलत: मध्यप्रदेश के सतना जिले के मंझगवां की रहने वाली सविता पाठक (38) ने करीब 14 साल पहले राजीव अग्रवाल नाम के युवक से प्रेम विवाह किया था। उन्होंने बिजूरी में शादी रचाई थी। राजीव अग्रवाल ई-रिक्शा चलाकर परिवार चलाता है। उनके 12 साल का बेटा पीयूष अग्रवाल है, जो तक्षशिला स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ता है। सभी यहां मंगला के सांई विहार कॉलोनी में रहते हैं।
सविता पाठक का बेटा पीयूष दोपहर करीब 1.30 बजे स्कूल से घर पहुंचा, तब दरवाजा खुला था। वह बैग लेकर अंदर पहुंचा, तब उसकी मां कमरे में फंदे पर लटक रही थी। घबराए पीयूष ने इस घटना की जानकारी अपने पापा राजीव अग्रवाल को दी। उस समय राजीव घर से ई-रिक्शा लेकर बाहर गए थे। खबर मिलते ही उन्होंने पड़ोसी और अपने परिचित को इस घटना की सूचना दी। फिर वह खुद अपने घर पहुंच गए। सुसाइड करने से पहले सविता ने सुबह 11 बजे अपने बेटे को मोबाइल पर कॉल कर बात की थी। पीयूष ने पुलिस को बताया कि उस समय पापा भी घर में थे। उसकी मां ने उसे कहा कि बेटा स्कूल से छुट्टी होने पर इधर-उधर मत जाना, सीधे घर आना। मैं सो जाऊंगी। पीयूष ने पुलिस को यह भी बताया कि उसकी मां इस तरह से कभी बात नहीं करती थी। उनकी बातों को सुनकर उसने मां से बोला भी कि आप ऐसा क्यों बोल रहे हो, आप चिंता मत करो मैं सीधे घर आऊंगा। आप ठीक रहना। पुलिस ने महिला के रूम से सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि मैं जिंदगी से परेशान हो गई हूं और आत्महत्या कर रही हूं। मेरे जाने के बाद किसी को परेशान न किया जाए। उन्होंने अपने परिजनों से माफी भी मांगी है।