छत्तीसगढ़रायपुर

ऑटो में पैसेंजर बैठा मार लेते थे उसकी पॉकेट, फिर ऑटो खराब का बहाना बना हो जाते थे फुर्रर

रायपुर । ऑटो ड्राइवर के शक्ल में पॉकेटमारों का गैंग राजधानी में घूम रहा है। पहले तो वो मालदार लोगों को देखकर अपने ऑटो में बैठाता है और फिर उसका पॉकेट मारकर आधे रास्ते में ये कहकर उतार देता है कि उसका ऑटो खराब हो गया है। पुलिस ने शातिर गैंग के दो बदमाश को गिरफ्तार किया है। दरअसल मौदहापारा थाने में अरूण साहू ने रिपोर्ट दर्ज करायी थी। अपनी शिकायत में पीड़ित ने बताया था कि वो कुशल विहार कालोनी वार्ड नंबर 21 नवापारा राजिम में रहता है। 5 जुलाई को वो अपने घर नवापारा राजिम से खरीददारी करने के लिये रायपुर आया था।

शास्त्री चौक पास स्थित लक्ष्मी मेडिकल दुकान से दवाई खरीदकर फाफाडीह चौक जाने के लिये दोपहर लगभग 12.45 बजे शास्त्री चौक के पास स्थित एच पी पेट्रोल पंप के पास खडा हुआ था। उसी समय एक आटो वाला आया और प्रार्थी को अपनी आटो में ड्रायवर सीट पर अपने बांयी ओर बैठा लिया तथा आटो की पिछली सीट में 3 व्यक्ति बैठे हुये थे। कुछ दूर चलने के बाद आटो चालक ने आटो में खराबी आने की बात कहते हुये नीचे झुककर आटो में लगे मेट को उलट पलट करने लगे और आटो खराब हो गया है दूसरे आटो में चले जाओ।

पीड़ित अरूण को अपनी आटो से उतार दिया तथा आटो चालक आटो को लेकर मेकाहारा चौक की ओर चला गया। इसी दौरान प्रार्थी अपनी पैंट के जेब को चेक किया तो पैंट के दाहिने जेब में रखा नगदी रकम 17,500 रूपये नहीं था। आटो चालक एवं उसका साथी प्रार्थी के पैंट की जेब में रखे नगदी रकम 17,500 रूपये को चोरी कर ले गये। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना मौदहापारा में अपराध क्रमांक 147/23 धारा 379, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

पुलिस ने घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा प्रार्थी आटो में जिन – जिन मार्गो में गया था उन मार्गो में लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन कर अज्ञात आरोपी व आटो को चिन्हांकित करने के प्रयास करने के साथ ही प्रकरण में मुखबीर भी लगाये गये। एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की टीम द्वारा पूर्व में भी इसी तरीका वारदात के आधार पर चोरी की कई घटनाओं को अंजाम देने वाले भिलाई दुर्ग के आरोपियों को पकड़ा जा चुका था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आटो में चोरी करने वाले भिलाई दुर्ग गिरोह पर फोकस करते हुए कार्य कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी की जा रहीं थी। इसी दौरान टीम के सदस्यों को घटना में संलिप्त आरोपी दुर्ग निवासी मनीष कुमार एवं सुरेंद्र सिंह के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा मनीष कुमार एवं सुरेंद्र सिंह की पतासाजी कर पकड़ा गया। टीम के सदस्यों द्वारा प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा उक्त घटना को अंजाम देना बताया गया।

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