छत्तीसगढ़ में जमीन विवाद के चलते अपने चाचा की कर दी हत्या, पुलिस ने आरोपी किया गिरफ्तर
बिलासपुर। चकरभाठा पुलिस ने देर रात हुए चरवाहे की हत्या के मामले में उसके भतीजों को हिरासत में लिया है। आरोपित युवकों ने जमीन विवाद पर हत्या की बात स्वीकार की है। अरोपित ने पूछताछ में बताया कि ढाई एकड़ जमीन में बंटवारा नहीं देने पर उन्होंने एक माह पहले हत्या की योजना बनाई थी।
मौका मिलने पर उन्होंने सिर में पत्थर पटककर रामायण यादव की हत्या कर दी। सुबह चकरभाठा शराब दुकान के पास कचरे के ढेर में सारधा खेकसही के रहने वाले रामायण यादव (55 वर्ष) की रक्तरंजित लाश मिली थी। मृतक की पहचान के बाद पुलिस हत्यारों की तलाश कर रही थी। जांच के दौरान पता चला कि मृतक का अपने बड़े भाई कामता के बेटों सुखनंदन और रघुनाथ के साथ कई सालों से जमीन का विवाद चल रहा था। मामला राजस्व न्यायालय में लंबित था।
इसी बात को लेकर एक महीने पहले सुखनंदन और रघुनाथ ने अपने चाचा की हत्या योजना बना ली। रामायण सामाजिक बैठक में शामिल होने चकरभाठा आया था। इस दौरान वह अपने साथी जीवराखन के साथ शराब पीने गया। शराब दुकान के पास उसकी अपने भतीजों से विवाद हो गया। इसके बाद अधिक शराब पीने के कारण रामायण का साथी जीवराखन शराब दुकान के पास ही स्र्क गया।
रामायण अकेले ही चकरभाठा बस्ती की ओर जा रहा था। सुनसान जगह पर सुखनंदन और रघुनाथ ने रामायण को रोककर मारपीट करने लगे। इसी बीच दोनों भाइयों ने उसके सिर में पत्थर मारकर हत्या कर दी। इसके बाद लाश को कचरे में फेंककर भाग गए। पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है।
नि:संतान चाची की जमीन पर थी नजर
मृतक रामायण के दो भाई कामता और बालका थे। बालका की कोई संतान नहीं है। उसकी पत्नी रामायण के साथ रहती है। साथ ही उसकी जमीन पर रामायण ही खेती करता था। बालका के हिस्से की ढाई एकड़ जमीन को लेकर ही रामायण और कामता के बेटों के बीच विवाद चल रहा था।
कामता अपनी भाभी के हिस्से की जमीन को अकेले रखना चाहता था। वहीं उसके भतीजों की नजर अपनी नि:संतान चाची के जमीन पर थी। इसको लेकर न्यायालय में विवाद भी चल रहा है।