छत्तीसगढ़

टेस्टिंग के बाद हो सकेगी पेयजल की आपूर्ति संसदीय सचिव ने पीएचई के अधिकारियों से की चर्चा

महासमुंद। लगभग दस करोड़ की लागत वाली बहुप्रतिक्षित तुमगांव जल आवर्धन योजना का काम अंतिम चरण में है। इसका 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। टेस्टिंग का काम ही शेष है। जल्द ही यहां से क्षेत्रवासियों को इसका लाभ मिल सकेगा। आज शुक्रवार को संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने पीएचई के अधिकारियों से पेयजल आपूर्ति को चर्चा की।

चर्चा के दौरान संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने तुमगांव जल आवर्धन योजना की प्रगति की समीक्षा की। जिस पर पीएचई के कार्यपालन अभियंता आरके शुक्ला ने बताया कि तुमगांव जल आवर्धन योजना का काम 90 फीसदी पूरा हो गया है। टेस्टिंग का काम ही शेष है।

संभवतः तीन माह के भीतर यहां से पेयजल आपूर्ति कराए जाने तैयारी की जा रही है। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि नगर पंचायत तुमगांव की बढ़ती आबादी के लिए पेयजल की व्यवस्था में यह जल प्रदाय योजना महत्वपूर्ण है।

पानी की समस्या को दूर करने इस योजना की स्वीकृति मिली थी। लेकिन काम में तेजी नहीं आ रही थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए योजना का मूर्त रूप देने शासन-प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया गया। अब इसका काम 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। उन्होंने जल्द से जल्द से पेयजल आपूर्ति को लेकर आवश्यक पहल करने दिशा-निर्देश दिए हैं।

जल जीवन मिशन के तहत भी मिलेगा पानी
संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने जल जीवन मिशन योजना की प्रगति की भी जानकारी ली। जिस पर बताया गया कि इस योजना के तहत यहां 131 गांवों के लिए टेंडर निकाला गया है।

जिसमें ठेकेदार के साथ ही विभाग के कार्यपालन अभियंता व संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच के साथ एग्रीमेंट होगा। गौरतलब है कि जल जीवन मिशन योजना के तहत 65 लीटर पानी प्रति व्यक्ति प्रति दिन के हिसाब से घरों तक पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना में जहां दस प्रतिशत की राशि ग्राम पंचायत देगी जबकि 90 प्रतिशत की राशि केंद्र सरकार और राज्य सरकार आधा-आधा देगी।

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