छत्तीसगढ़ में 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों से कलेक्टर की अपील, 30 अप्रैल तक लगवा लें कोविड का टीका
दुर्ग। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज कोविड कंट्रोल को लेकर अहम बैठक सीएमएचओ कार्यालय में ली। बैठक में कलेक्टर ने कोविड कंट्रोल को लेकर अपनाई गई रणनीति के संबंध में विस्तार से चर्चा अधिकारियों से की।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण के अब तक जिले के अनुभव में यह पाया गया है कि कोविड संक्रमण को रोकने के लिए, कोविड के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए टीका काफी असरदार साबित हुआ है। टीकाकरण का लक्ष्य जितना ज्यादा प्राप्त होगा, जिले को कोविड संक्रमण से पूरी तरह मुक्त करने में प्रशासन का प्रयास उतना ही सफल होगा। उन्होंने कहा कि मैदानी अमले के सभी अधिकारी लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें।
उन्होंने 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि 30 अप्रैल तक टीका जरूर लगवा लें। कलेक्टर ने इंडस्ट्रियल एरिया में भी विशेष रूप से वैक्सीनेशन ड्राइव चलाने के निर्देश दिये। बैठक में अपर कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक, अपर कलेक्टर श्री बीबी पंचभाई, श्री प्रकाश सर्वे, सहायक कलेक्टर श्री हेमंत नंदनवार, सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
आनलाइन डिलीवरी बॉयज की टेस्टिंग जरूरी, उन्हें स्टिकर भी दिये जाएंगे- कलेक्टर ने आनलाइन डिलीवरी करने वाले स्विगी, जोमैटो, डोमिनो पिज़्जा के डिलीवरी बॉयज की अनिवार्य टेस्टिंग कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग के बाद निगेटिव आने पर इन्हें कोरोना निगेटिव का स्टिकर दिया जाएगा, इसे लगाकर ही वे डिलीवरी कर सकेंगे।
मेडिकल स्टोर्स में भी काम करने वाले लोगों की टेस्टिंग होगी। उन्हें भी इसी तरह के स्टिकर रखने होंगे ताकि लोग आश्वस्त होकर खरीदी कर सके। कलेक्टर ने नियमित रूप से अभियान चलाकर सभी स्ट्रीट वेंडर की चेकिंग करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि कोरोना से संक्रमित होने पर ये सुपर स्प्रेडर बन सकते हैं अतएव सभी स्ट्रीट वेंडर की टेस्टिंग होती रहनी बेहद जरूरी है। कलेक्टर ने कंटेटमेंट जोन में विशेष नजर रखने तथा यहाँ पर चिन्हांकन एवं टेस्टिंग का काम सतत रूप से करते रहने के निर्देश दिये।
जिला अस्पताल तथा सुपेला अस्पताल में शीघ्र ही शाम को भी हो सकेगी टेस्टिंग- गर्मी के मौसम को देखते हुए बुजुर्ग नागरिकों को तथा गंभीर मरीजों को राहत देने शाम के वक्त टेस्टिंग के निर्देश भी दिये हैं। शाम के वक्त टेस्टिंग की सुविधा जिला अस्पताल तथा सुपेला अस्पताल के काउंटर में शीघ्र ही आरंभ होगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में चिन्हांकन अभियान जारी रहे- कलेक्टर ने बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में भी सतत चिन्हांकन अभियान जारी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को आइसोलेट कर इनका ट्रीटमेंट आरंभ किया जाए। आक्सीजन सैचुरेशन की स्थिति बिगड़ने पर तुरंत जिला अस्पताल रिफर किया जाए। मितानिनों के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को रोगनिरोधी किट प्रदान करें।