छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में इंटरनेट मीडिया बना बघेल और सिंहदेव समर्थको का सियासी अखाड़ा

 

 

बिलासपुर। देश की राजधानी दिल्ली में छत्तीसगढ़ की सियासत सरगर्म है। इसकी आंच छत्तीसगढ़ के साथ ही संभागीय मुख्यालय में भी देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव समर्थकों के बीच इंटरनेट मीडिया में दावे-प्रतिदावे से राजनीतिक माहौल और भी सरगर्म हो गया है। सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता से लेकर पदाधिकारी व मंत्री के समर्थकों के बीच ढाइ-ढाई साल के मुद्दे को लेकर लक्ष्मणरेखा भी खींच गई है।

मुख्यमंत्री बघेल समर्थक नेता इंटरनेट मीडिया में कुछ ज्यादा ही सक्रिय नजर आ रहे हैं। इनकी प्रतिक्रिया भी तीखी आ रही है। फेसबुक,इंस्टाग्राम व ट्वीटर के जरिए ये अपने मन की बात खुलकर लिख रहे हैं।

बिलासपुर जिले में कांग्रेस के दो विधायक हैं। बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से शैलेष पांडेय और तखतपुर विधानसभा क्षेत्र से रश्मि सिंह। शैलेष्ा पांडेय राज्य की सत्ता पर कांग्रेस के काबिज होने और मुख्यमंत्री की दौड़ मंे शुस्र्आती दिनों में सबसे आगे चल रहे टीएस सिंहदेव के साथ खुलकर हैं।

पहले दिन से लेकर आजतलक। राजनीतिक परिस्थिति सिंहदेव के अनुकूल रही हो या प्रतिकूल। पांडेय उनके साथ दिख रहे हैं। तखतपुर की विधायक व संसदीय सचिव रश्मि सिंह के पति व पीसीसी के सचिव आशीष्ा सिंह विधानसभाध्यक्ष डा चरणदास महंत के कट्टर समर्थक माने जाते हैं।

रश्मि सिंह को उनके ही कोटे से संसदीय सचिव की कुर्सी हासिल हुई है। तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के चलते रश्मि सिंह मुख्यमंत्री के समर्थन में लाबिंग करने दिल्ली कूच कर गई हैं। विधायक शैलेष पांडेय शहर में ही हैं और सिंहदेव समर्थकों के संपर्क में हैं।

सिंहदेव समर्थक बीते एक सप्ताह से इंटरनेट मीडिया के जरिए अपनी बात रख रहे हैं और अपने नेता के पक्ष में माहौल बना रहे हैं। कुछ खास समर्थक तो मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी ताजपोशी और शपथ ग्रहण की तारीख का ऐलान भी कर रहे हैं।

बीते दो दिनों से मुख्यमंत्री बघेल समर्थक नेता भी खुलकर अपनी बात कहने लगे हैं। पीसीसी के एक प्रमुख पदाधिकारी कुछ ज्यादा ही मुखर हो गए हैं। आलाकमान के निर्णय को ही चुनौती देते नजर आ रहे हैं। दिल्ली की सियासी सरगर्मी का असर संभागीय मुख्यालय में भी देखने को मिल रहा है।

 

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