छत्तीसगढ़

राजधानी में विसर्जन कुंड में पंपों से भर रहे खारून नदी का पानी

रायपुर। कोरोना संकटकाल के बीच राजधानी रायपुर में गणेश चतुर्थी पर शुक्रवार को गणेश प्रतिमाओं स्थापना के साथ ही जिला और नगर निगम प्रशासन ने खारुन नदी के किनारे बनाए गए सौ से अधिक कुंडों में विसर्जन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इन कुंडों में दो पंपों से नदी का पानी खींचकर डाला जा रहा है। निगम के अफसरों का कहना है कि 11 दिन बाद गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन इसी कुंड में किया जाएगा।

संस्कृत महाविद्यालय के विद्वान पूरे विधि-विधान से विसर्जन करवाएंगे। इसके अलावा नगर निगम की टीम ने शहर के जिन प्रमुख तालाबों में हर साल गणेश प्रतिमाएं विसर्जित की जाती है, उसके किनारे सौ से ज्यादा बड़े ड्रम,खुली टंकियां रखकर अस्थायी विसर्जन कुंड भी बना रही है, ताकि प्रतिमाएं विसर्जित करने में किसी तरह की दिक्कत न हो।

राजधानी रायपुर में परंपरागत तरीके से गणेश प्रतिमा स्थापना के तीसरे दिन से लेकर 11वें दिन तक विसर्जन का क्रम जारी हो जाता है। लिहाजा, नगर निगम ने भी अभी से विसर्जन के लिए कुंड बनाने के साथ सारी व्यवस्थाएं करना शुरू कर दिया है। सौ से अधिक कुंडों में पानी भरा जा रहा है। इसके साथ ही सड़क और लाइटिंग की भी व्यवस्था की जा रही है।

नगर निगम कमिश्नर प्रभात मलिक ने गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए व्यवस्था बनाने अफसरों की टीम तैयार की हैं। खारुन नदी के किनारे बनाए गए कुंड के अलावा प्रमुख तालाबों के किनारे भी अस्थायी कुंड बनाने में निगम का अमला जुटा हुआ है। यहीं नहीं, तालाबों के किनारे पानी के ड्रम, बड़ी टंकिया भी रखी जाएंगी, ताकि इनमेंं प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सके।

कोरोना संकट के चलते घटी मूर्तियों की संख्या

कोरोना संकटकाल की वजह से शहर में गणेश प्रतिमाओं की स्थापना कम हुई है। लिहाजा विसर्जन में भी भीड़भाड़ कम होने की संभावना है क्योंकि प्रशासन की सख्त गाइडलाइन की वजह से इस बार कई बड़ी गणेशोत्सव समितियों ने प्रतिमाएं स्थापित नहीं की हैं। कोरोना संकट के पहले तक सार्वजनिक समितियों के साथ ही घरों में स्थापित होने वाली प्रतिमाओं की संख्या आठ हजार से ज्यादा होती थी।

मगर, कोरोना के कारण बड़ी प्रतिमाओं की स्थापना इस बार काफी कम हुई हैं। ऐसे में छोटी प्रतिमाओं का तालाब या नदी किनारे बनाए गए कुंड में विसर्जन करने के बजाए लोग घरों या आसपास बनाए गए कुंड में ही करेंगे ऐसी संभावना है।

घर में करे प्रतिमाओं का विसर्जन

महापौर एजाज ढेबर और सभापति प्रमोद दुबे ने शहरवासियों से अपील की है कि विसर्जन कुंड के अलावा घरों में भी कुंड बनाकर प्रतिमाओं का विसर्जन कर सकते हैं। विसर्जन से निकली मिट्टी का उपयोग घर के गमलों में किया जा सकता है।

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