छत्तीसगढ़

प्रदेश में फिल्म सिटी बनाने की तैयारी, स्थानीय कलाकारों को मौका देने पर मिलेगा अनुदान

रायपुर। राजधानी के नवा रायपुर में 115.46 एकड़ में फिल्म सिटी बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए ग्राम खंडवा सेक्टर 39 में जमीन का चयन कर लिया गया है। फिल्म सिटी बनाने के लिए कैबिनेट की बैठक में मंजूरी भी दे दी है। आगामी विधानसभा सत्र में इसके लिए बजट का भी प्रावधान कर दिया जाएगा।

कोरोना काल में छत्तीसगढ़ के कई मशहूर कलाकारों को सब्जी बेचने के अलावा फुटपाथ पर दुकानें लगानी पड़ी थीं। राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ी कलाकारों को प्रोत्साहित करने के साथ अन्य युवाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से यह कदम उठाया है। इससे यहां के टेक्नीशियंस, स्टूडियो और कलाकारों को भी काम मिलेगा।

साथ ही छत्तीसगढ़ के पर्यटन, संस्कृति के साथ होटल उद्योग, स्थानीय फिल्मकार व निर्माता को लाभ मिलेगा। इधर नई फिल्म नीति के लागू होने से फिल्म जगत में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। छत्तीसगढ़ के फिल्म निर्माता और कलाकारों का कहना है कि इससे केवल छत्तीसगढ़ी फिल्में ही नहीं, बल्कि बाहर के निर्माता भी यहां अन्य भाषा की फिल्में बना सकेंगे।

अब कई कैटेगरी में मिलेगी पुरस्कार

छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों में शूटिंग करने और स्थानीय कलाकारों को फिल्म में अभिनय का अवसर देने वाले फिल्मकारों को एक से लेकर दो करोड़ रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली फिल्मों से जुड़े निर्देशक, अभिनेता, अभिनेत्री एवं अन्य कलाकारों को भी पुरस्कृत करने की व्यवस्था की गई है। संस्कृति विभाग ने नई फिल्म नीति बनाई है, जिसे सरकार ने मंजूरी भी दे दी है।

30 दिनों में अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलेगा

संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य ने बताया कि नई फिल्म नीति के तहत केवल 30 दिनों में अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलेगा। छत्तीसगढ़ में 50 फीसद शूटिंग करने और फिल्म में 20 फीसद स्थानीय कलाकारों को काम देने पर एक करोड़ रुपये का अनुदान दिया जाएगा। 75 फीसद शूटिंग करने पर 1.75 करोड़ मिलेगा। एक साल में कुल 20 फिल्मों को अनुदान दिया जाएगा।

इसी तरह राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार फिल्म को एक से पांच करोड़ दिया जाएगा। यह पुरस्कार किसी भी एक कैटेगरी जैसे सर्वोत्तम फिल्म निदेशक, अभिनेता, अभिनेत्री को मिलेगा। इसी तरह छत्तीसगढ़ का प्रचार करने अथवा स्थानीय भाषा, बोली, संस्कृति, खानपान, हस्त शिल्प, को बढ़ावा देने वाली फिल्म को भी अनुदान मिलेगा। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में बनने वाली ओटीटी फिल्म, टीवी धारावाहिक, सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स, फिल्म स्टूडियो, फिल्म प्रशिक्षण केंद्र बनाने अनुदान मिलेगा। देश के प्रतिष्ठित फिल्म प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण पाने वालों को छात्रवृत्ति भी दी जाएगी।

पांच राज्यों की फिल्म नीति का किया अध्ययन

बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ की फिल्म नीति के लिए पांच राज्यों का अध्ययन किया है। इसमें तेलंगाना, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और झारखंड की फिल्म नीति का अध्ययन किया गया है।

छत्तीसगढ़ में लगभग 1000 लोग जुड़े फिल्मों से

छत्तीसगढ़ी फिल्म निर्माता के मुताबिक छत्तीसगढ़ी फिल्म में से जुड़े लगभग 1000 लोग हैं। इसमें डांसर, फाइटर, हीरो, हीरोइन, टेक्नीशियन समेत अन्य लोग है। इससे फिल्म सिटी और फिल्म नीति से काफी फायदा होगा। वहीं अभी तक छत्तीसगढ़ में 200 से अधिक फिल्म बन चुकी हैं। इसमें राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर के फिल्म भी शामिल हैं।

अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ बेहतर

छत्तीसगढ़ में सभी भाषा बोली बोली बोलने वाले कलाकार है। साथ ही फिल्मों के लिए प्राकृतिक लोकेशन, झरना आदि है। इसके अलावा बिजली की सुविधा, फिल्म के लिए स्टूडियो, एडिटिंग जैसे काम करने वाले कई कलाकार मौजूद हैं। कुल मिलाकर फिल्म की शूटिंग के लिए छत्तीसगढ़ी में सारी सुविधाएं हैं। आज फिल्म बनाने के लिए 100 से 150 लोगों की जरूरत पड़ती है।

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