तुमगांव से महासमुन्द रोड बना दुर्घटनाओं का कारण, सड़कों पर गड्ढों की संख्या की भरमार, प्रशासन सुस्त
महासमुंद। तुमगांव से महासमुन्द रोड रोज दे रही है दुर्घटनाओं को आमंत्रण जिसमें सड़कों पर अधिकतर गड्डो की संख्या की भरमार हैं। यह सड़कों पर प्रतिदिन आवाजाही से आम नागरिकों, विद्यार्थियों, नौकरीपेशा लोगों एवं जनप्रतिनिधियों को हो रही है समस्या जो यह गड्डो की मरम्मत के लिए आवेदन दिया गया था जिस पर मरम्मत कार्यो के लिए किसी का भी ध्यान नही दिया जा रहा हैं जो किसी भी दुर्घटनाओं का कारण बनता जा रहा हैं। तथा यहा आने जाने वाले लोगों को समस्या हो रही हैं।
तथा यह बता दें कि विगत दिनों पूर्व तुमगांव पेट्रोल पंप के पास हादसे में एक मोटर साईकिल सवार की मृत्यु हो चुकी है। ऐसे ही न जाने तुमगांव से महासमुन्द रोड पर आने जाने वालें लोगों कों इसका सामना करना पढ रहा हैं जिस पर किसी भी प्रकार से जिला प्रशासन का ध्यान नही हैं। तथा यह सड़क पर बने गड्ढे लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर रही है। जों जर्जर सड़क के चलते वाहन चालक आए दिन हादसे का शिकार हो रहे हैं।तथा यह बतादें कि कुछ दिनों पूर्व सड़क किनारें गिट्टी रखा गया हैं सड़कों के गड्डो को भरने के लियें वह दुर्घटनाओं को और दे रहा आमन्त्रण इस गिट्टी से भरे जा रहें गड्डें में जो और बनाया जा रहा हैं।
मुसीबत का कारण जो इस प्रकार से दुर्घटनाओं आमंत्रण दे रहें हैं इससे आए दिन वाहन चालक गड्ढों के जाल में फस कर चोटिल हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण गांरटी अवधि होने के बाद भी मार्ग की मरम्मत नहीं हो पाना। तथा इस रोड पर सराईपाली बसना पिथौरा जिले के जिला मुख्यालय हर कार्य के लिए तुमगांव से गुजरना होता हैं जिसकी दूरी लगभग 12 किलोमीटर है। तथा यह सड़कों पर छोटे-बड़े गड्ढे की भरमार है। जिससे यह मार्ग पर चलना मुश्किल हो रहा है। उपेक्षित होने के कारण मार्ग में जगह-जगह गड्ढे व नूकिले पत्थर झांकने लगी है, जिस पर हल्की बारिश से गड्ढे पर पानी का जमाव हो जाता है। ऐसे में इस मार्ग से आवागमन करने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
यह भी बता दें कि आसपास गांव के ग्रामीणों द्वारा कई बार जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियो को मार्ग की मरम्मत की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन विभागीय उपेक्षा के चलते इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। तभी तो मार्ग की मरम्मत नहीं किया जा रहा है। मार्ग इतना खराब हो गया है कि जगह जगह लंबे चौड़े खाईनुमा गड्ढे बन गए हैं। जहां पर गड्ढे नहीं है वहां पर गिट्टी, मुरुम व नुकिले पत्थर का बिखराव पड़ा है। ऐसे स्थिति में अब तक मार्ग की मरम्मत नहीं होना समझ से परे है।