पेट्रोल में 78 पैसे की कमी ऊंट के मुँह में जीरे के सामान : जीतेन्द्र वर्मा
रायपुर/पाटन। छत्तीसगढ़ भाजपा विधायक दल के स्थायी सचिव जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि एक तरफ बारिश ने अन्नदाताओं की फसल को चौपट कर उनकी कमर तोड़ दी है। दूसरी तरफ केंद्र सरकार द्वारा दिए गए डीजल में 10 रुपए व पेट्रोल में 5 रुपए की कमी को नाकामी बताने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने 78 पैसे की कमी कर छत्तीसगढ़ की जनता का घोर अपमान किया है। यह सरासर ऊंट के मुँह में जीरे के सामान है। आखिर 78 पैसे की कमी कर मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ की जनता को किस तरह का संदेश देना चाहते हैं। वर्मा ने कहा कि प्रदेश में अपनी जनता को सबसे ज्यादा राहत देंगे कहने वाली भूपेश बघेल की सरकार ने राहत देने की बात तो दूर जनता से इस तरह का ऐसा धोखा किया है जिसकी कल्पना भी नही की जा सकती।
जब मोदी सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले टैक्स को कम कर डीजल में 10 रुपए प्रति लीटर की राहत एवं पेट्रोल में 5 रुपए प्रति लीटर जैसी बड़ी राहत दी थी तब सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी एवं कांग्रेस पार्टी में पूरी दुनिया को सर पर उठा रखा था। कांग्रेस के नेता हल्ला बोल की तर्ज पर बयान देते हुए कहते फिर रहे थे कि छत्तीसगढ़ सरकार जनता को डीजल एवं पेट्रोल के दामों में केंद्र सरकार से भी बड़ी राहत देगी। वर्मा ने कहा कि भूपेश सरकार की नीयत और नीति शुरू से ही खराब थी और जनता को राहत देने की नई थी।
इसीलिए कभी वित्त विभाग कभी पड़ोसी राज्यों के दरों का आकलन का बहाना कर पूरे साल जनता को लूटते रही और जब केबिनेट में निर्णय लिया कि पेट्रोल की कीमत में 78 पैसे की कमी व डीजल की कीमत में 1 रुपए 44 पैसे की कमी की जाएगी तभी यह पूरी तरह खुले तौर पर स्पष्ट हो गया है कि इस निकम्मी सरकार की नीयत जनता को राहत देने की कभी नहीं रही बल्कि मीठे मीठे बोल बोलकर जनता को दिग्भ्रमित करने की है। वर्मा ने कहा कि खुद भारी टेक्स वसूल कर देश की जनता को ज्ञान देना की नसीहत अगर किसी से सीखना है तो छत्तीसगढ़ सरकार से सीखे।
वर्मा ने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि 10 रुपए व 5 रुपए की छूट को नाकाफी बताकर वाहवाही लूटने वाले अब खुद 78 पैसे की छूट पर क्या बोलेंगे ? राज्य सरकार के इस कृत्य से उजागर हो गया है कि वह सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिए बड़े बड़े वायदे किए थे वास्तविकता तो अब धरातल पर परिलक्षित हो रहा है। यह सरकार आम जनता के भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है