रोजाना करें ये पांच योगासन, फिर देखिए कैसे कम्प्यूटर से तेज चलता है दिमाग
करें योग-रहें निरोग, ये स्लोगन तो आपने सुना ही होगा। शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करने के लिए योग सबसे असरदार तरीका है। योग के अभ्यास से स्ट्रेस, डिप्रेशन, एंग्जाइटी और बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी तमाम समस्याएं ठीक हो सकती है। बच्चों पर पढ़ाई का दबाव होता है। ऐसे में मानसिक मजबूती और याददाश्त ठीक रखने के लिए बच्चों को योग के अभ्यास की आदत डलवाएं। इस के अलावा वयस्क और बुजुर्गों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी योग लाभकारी है।
मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाने के लिए योग का अभ्यास फायदेमंद हो सकता है। योग विशेषज्ञ कहते हैं कि रक्त संचार को ठीक करने वाले योग के अभ्यास से दिमाग से जुड़ी समस्याओं को कारगर तरीके से दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं मस्तिष्क को मजबूत बनाने वाले और याददाश्त दुरुस्त रखने वाले योगासनों के बारे में।
बालासन
इस आसन को करने के लिए घुटने के बल बैठ जाएं। शरीर का भार एड़ियों पर डालते हुए गहरी सांस लें और आगे की ओर झुकें। प्रयास करें कि जांघों से सीने को छुएं। अब माथे से फर्श को छूने की कोशिश करें। इस अवस्था में कुछ देर रहने के बाद सामान्य अवस्था में आ जाएं।
उत्तानासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं। फिर दोनों हाथों को लंबी सांस लेते हुए ऊपर की ओर ले जाएं और फिर सांस छोड़ते हुए हाथों को नीचे जमीन की ओर ले जाएं। ऐसा करते समय अपने पैरों के अंगूठे को छूने की कोशिश करें। फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं।
हलासन
इस आसन को करने के लिए जमीन पर लेटकर पैरों को ऊपर की ओर उठाएं और धीरे धीरे पीछे ले जाएं। पैरों को पीछे जमीन पर लगाते हुए इसी पोजिशन में कुछ देर स्थिर रहें।
शवासन
Yoga Tips : बिस्तर पर लेटे लेटे शवासन का अभ्यास भी किया जा सकता है। इस आसन को करने से तंत्रिका तंत्र शांत होती है और थकी हुई मांसपेशियों व कंधे को आराम मिलता है। शवासन का अभ्यास करने के लिए पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों के बीच एक फीट की दूरी बनाएं। पैरों के पंजों की तरफ शरीर ढीला छोड़ते हुए आराम से सांस लें।