एक कुर्सी जो डराती भी है! छत्तीसगढ़ विधानसभा में संयोग या फिर टोटके वाली कुर्सी…

रायपुर ।छत्तीसगढ़ विधानसभा के भीतर एक कुर्सी ऐसी भी है, जिसमें बैठने वाले को सीट पर बैठने के साथ ही अपने अगले चुनाव की चिंता होने लगती है। जी हां, ये कुर्सी है विधानसभा अध्यक्ष की। इस कुर्सी के साथ जुड़ा तथ्य बताता है कि अब तक अधिकारिक तौर पर इस कुर्सी पर 5 सदस्य ही बैठे हैं। कुर्सी पर बैठने के बाद होने वाले अगले चुनाव में इनमे से तीन को हार का मुंह देखना पड़ा। एक जीत तो गए, लेकिन अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। विधानसभा स्पीकर यानी अध्यक्ष की कुर्सी के साथ जुड़े अजीब संयोग की शुरूआत होती है राज्य बनने के साथ। मध्यप्रदेश से अलग होकर 1 नवंबर 2000 को नया छत्तीसगढ़ राज्य बना। तब कांग्रेस बहुमत में थी, लिहाजा सरकार कांग्रेस की बनी। छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले अध्यक्ष बने राजेंद्र प्रसाद शुक्ला। वे मध्यप्रदेश विधानसभा के भी अध्यक्ष रह चुके थे।



