रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने यात्रियों की सहूलियत और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ‘सीजी बस लोकेशन ऐप’ लॉन्च किया है। इस ऐप की मदद से अब यात्री बसों की लाइव लोकेशन जान सकेंगे, जिससे यात्रा की प्लानिंग करना आसान हो जाएगा। इसके साथ ही अवैध वसूली और बसों के अनाधिकृत संचालन पर भी लगाम लगेगी, जिससे परिवहन प्रणाली और सुरक्षित व पारदर्शी बनेगी।
ट्रेन की तरह यात्री बसों की मिलेगी लोकेशन
इसमें राज्य के भीतर और दूसरे प्रदेशों के बीच चलने वाली अंतरराज्यीय बसों का ब्योरा फीड किया जाएगा। इंटरनेट युक्त एंड्राएड फोन पर इसे डाउनलोड करने कोई भी बसों की लोकेशन, टाइमिंग और किराए सहित अन्य जानकारियों को देख सकेंगे।
यह ऐप बसों में लगे वीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस (वीएलटीडी) से कनेक्ट होने पर ऑनलाइन जानकारी मिलेगी। इसके लिए बस मालिकों से जानकारियां मांगी गई हैं। साथ ही इसे ऐप में लोड किया जा रहा है। इससे लोगों को अनावश्यक बस स्टैण और सड़कों के किनारे खड़े होकर बसों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
ऐप के नामकरण की तैयारी
परिवहन विभाग के अधिकारी ऐप के नामकरण की तैयारी में जुटे हुए हैं। बताया जाता है कि बस सुविधा, छत्तीसगढ़ बस सेवा सहित दो अन्य नाम पर विचार किया जा रहा है। वहीं, विभागीय अधिकारियों और बस मालिकों से सुझाव भी मांगे हैं। इसे अंतिम रूप देने के बाद सीएम की अनुमति मिलते ही अधिकृत रुप से घोषणा की जाएगी। बता दें कि राज्य सरकार के निर्देश पर स्कूल और यात्री बसों में जीसीएस और पैनिक बटन को अनिवार्य किया गया है। इस डिवाइस के बिना फिटनेस जांच नहीं करने कहा गया है।
बस लोकेशन
परिवहन विभाग के एस. प्रकाश, सचिव ने कहा की सुविधा मिलेगी यात्री बसों की जानकारी जल्द ही ऐप के जरिए आम लोगों को मिलेगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। इससे अवैध वसूली पर रोक लगने के साथ ही यात्रियों को परेशानियों से मुक्ति मिलेगी।
अवैध वसूली पर लगेगी रोक
यात्री बसों को ऐप से जोड़ने पर अवैध वसूली पर रोक लगने के साथ ओवरलोडिंग पर रोक लगेगी। बताया जाता है कि ऐप से बसों के टिकटों की बुकिंग और सीटिंग की व्यवस्था को जोड़ने की कवायद चल रही है। बता दें कि बसों के किराया को लेकर अक्सर यात्रियों व बस चालकों में विवाद होते रहता है। इसे देखते हुए विभाग ने बसों में किराया सूची भी लगाना अनिवार्य कर दिया है। साथ ही आरटीओ और उडनदस्ता टीम को आकस्किम जांच करने के निर्देश दिए गए है। इस दौरान किराया सूची, परमिट और फिटनेस की जांच करने कहा गया है।