‘डाइटिंग का मतलब यह नहीं कि आप भूखे रहें या अनजानी चीजें खाएं’: विशेषज्ञ बता रहे हैं क्या करें और क्या न करें…

‘डाइटिंग का मतलब यह नहीं कि आप भूखे रहें या अनजानी चीजें खाएं’: विशेषज्ञ बता रहे हैं क्या करें और क्या न करें…
डाइटिंग करते समय लोग कम से कम खाना खाने की कोशिश करते हैं, जो आगे चलकर पेट दर्द या गैस की समस्या पैदा कर सकती है। डाइटिंग का मतलब है अपनी खाने की आदतों में बदलाव करना, जिसका मकसद आपकी सेहत को बेहतर बनाना है। ज़्यादातर, जब कोई व्यक्ति वज़न कम करने के लिए डाइटिंग करता है, तो वह कम खाना खाने की कोशिश करता है। खाने की आदतों में ये बदलाव आमतौर पर अस्थायी होते हैं, और एक बार जब कोई व्यक्ति अपना वज़न कम करने का लक्ष्य पूरा कर लेता है, तो वह पुरानी आदतों पर लौट आता है।
तनाव महसूस करना-
डाइटिंग का मतलब भूखा रहना नहीं बल्की डाइट को बैलेंस करना होता है। भोजन कम करने से शरीर को पोषक तत्व अच्छे से नहीं मलि पाते और व्यक्ति का स्वभाव चडि़चडि़ा हो जाता है। अगर आप भी डाइटिंग के दौरान चिड़चिड़ापन या तनाव महसूस कर रहे हैं तो डाइटिंग बंद करके अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
भूख अधिक लगना-
डाइटिंग शुरू करने के बाद अगर आपको भूख न लगने की समस्या पैदा हो जाए तो अपनी डाइटंिग को कुछ समय के लएि बंद कर दें।
अनियमित पीरियड-
डाइटिंग के दौरान शरीर का मेटाबॉलिज्म कम होने की वजह से शरीर में हार्मोन बदलने लगते हैं। जो महलिाओं में अनयिमति पीरियड्स का कारण बन सकता है। ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत अपनी डाइटिंग बंद कर दें।