
सरकारी अस्पताल में लापरवाही: मरीज के सिर पर टांके लगाते दिखे एम्बुलेंस ड्राइवर और सिक्योरिटी गार्ड…
महासमुंद। जिले के बागबाहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही की चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं, जो इस समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं। सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और नर्स जिम्मेदारी निभाते हुए एक प्राइवेट एम्बुलेंस ड्राइवर और अस्पताल का सिक्योरिटी गार्ड नजर आया है, अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर मरीजों की जान से ऐसा खिलवाड़ क्यों हो रहा है?
तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल
दरअसल, यह मामला है 12 अगस्त की रात का… जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागबाहरा में एक मरीज को इलाज की जरूरत थी। लेकिन अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्यकर्मी जिम्मेदारी निभाने के बजाय नदारद नज़र आए। वहीं दूसरी ओर… एक प्राइवेट एम्बुलेंस ड्राइवर मनोज यादव, मरीज के सिर पर टांके लगाता हुआ कैमरे में कैद हो गया। यही नहीं… अस्पताल का सिक्योरिटी गार्ड भी मास्क पहनकर इलाज करता हुआ नज़र आया। यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होते ही स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
अस्पताल प्रबंधन की खुली पोल
स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यह अस्पताल मरीजों की सेवा के लिए बना है, लेकिन यहां डॉक्टरों और कर्मचारियों की मौजूदगी में… ड्राइवर और गार्ड इलाज कर रहे हैं। यह न सिर्फ अस्पताल प्रबंधन की पोल खोलता है, बल्कि शासन-प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर करता है।
जांच के बाद होगी कानूनी कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए बीएमओ ने 12 अगस्त की ड्यूटी में तैनात डॉक्टर सौम्य रंजन पटेल, नर्सिंग इंचार्ज सनिका साहू और ड्रेसर कार्तिक साहू को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब तलब किया है। वहीं प्राइवेट एम्बुलेंस ड्राइवर मनोज यादव और सिक्योरिटी गार्ड मनोज यादव के खिलाफ जांच के बाद कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस को पत्र लिखा गया है।
तो सवाल साफ है – आखिर सरकारी अस्पताल में ड्राइवर और सिक्योरिटी गार्ड इलाज करेंगे तो फिर डॉक्टर और नर्स की जिम्मेदारी कौन निभाएगा? क्या मरीजों की जान इसी तरह दांव पर लगती रहेगी? अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग इस मामले में कितनी सख्ती से कार्रवाई करता है।