राजधानी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा- लक्षण दिखने पर जांच या हॉस्पिटल की देर की तो जान का खतरा
रायपुर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ मीरा बघेल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना पॉजिटिव की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। पूर्व में जो सावधानी बरती जा रही थी ,जैसे मास्क पहनना ,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, भीड़भाड़ से बचना, हैंड सेनीटाइजर करते रहना उसकी बाद में अनदेखी की गई।
यही कारण है कि कोरोना पॉजिटिव केस की बढ़ोतरी हो रही है। यदि लक्षण नजर आने पर देर से जांच कराते हैं या देर से हॉस्पिटल आते हैं तो जान बचा पाना बहुत मुश्किल हो सकता है।
डॉ मीरा बघेल ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कोरोना वायरस ने लक्षण बदल दिए हैं। यदि किसी को चार-पांच दिनों से बेहद सुस्ती या कमजोरी लग रही है तो हो सकता है कि उसे कोरोना हो। हाथ पैर में दर्द ,कमर दर्द जैसे लक्षण भी कोरोना पॉजिटिव के लक्षण हैं।
उन्होंने बताया कि यदि इन लक्षणों को अनदेखी करते हैं, देर से जांच कराते हैं या देर से हॉस्पिटल आते हैं तो जान बचा पाना बहुत मुश्किल हो सकता है। उन्होंने लोगों से अपील है की ऐसे लक्षण दिखते ही तुरंत हॉस्पिटल आएं।
मीरा बघेल ने बताया कि कुल पॉजिटिव प्रकरणों में से 21 वर्ष से 59 वर्ष आयु वर्ग के लोग 75% हैं। धनात्मक मरीजों में लगभग 60% पुरुषों की तथा 40% महिलाओं की संख्या है। जवानों के बजाय बुजुर्गों में जब वायरस पहुंचते हैं तब उन्हें बहुत ज्यादा दिक्कत होती है।
कोरोना के नए ट्रेंड के अनुसार यदि परिवार का एक सदस्य पॉजिटिव आता है तो पूरी संभावना है कि घर के सभी सदस्य भी पॉजिटिव होंगे। उन्होंने मास्क के उपयोग का कड़ाई से पालन करने, भीड़ भाड़ में जाने से बचने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा बार-बार सेनेटाइज करते रहने की सलाह दी है।