छत्तीसगढ़ के इस जिले ने वैक्सीन खत्म होने से 72 फीसद केंद्रों में टीकाकरण बंद
जगदलपुर। कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाने को लेकर लोगों में बढ रही जागरूकता के बीच सोमवार को वैक्सीन की कमी के कारण जिले के करीब 72 फीसद टीकाकरण केंद्रों में अभियान बंद रहा।
लोग केंद्रों में टीका लगवाने के लिए पहुंचे लेकिन निराश होकर लौटना पड़ा। 99 टीकाकरण केंद्रों में से केवल 27 केंद्रों में ही टीकाकरण किया गया। 72 केंद्रों में टीकाकरण बंद रहा। जिन केंद्रों में टीकाकरण जारी था वहां भी अधिकांश में दोपहर बाद वैक्सीन की कमी के टीकाकरण बंद करना पड़ा।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वैक्सीन की डिमांड राज्य शासन से की गई है। वैक्सीन लेने के लिए राजधानी वाहनें भेजी गई हैं, देर रात तक वैक्सीन आ जाएगी। मंगलवार को अधिकांश केंद्रों में टीकाकरण दोबारा शुरू कर दिया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा आरके चतुर्वेदी से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि वैक्सीन की कमी जल्द ही दूर हो जाएगी।
सोमवार को जिले में स्वर्गीय बलीराम कश्यप स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय डिमरापाल के अलावा जगदलपुर विकासखंड के नानगुर क्षेत्र के चार, तोकापाल के 16, बास्तानार के आठ केंद्रों में टीकाकरण किया गया। उन्होंने बताया कि जिले में प्रतिदिन 15 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।
अभी पांच से छह हजार तक लोगों को हर दिन टीका लगाया जा रहा है। सीएमएचओ के अनुसार लोग टीकाकरण को लेकर जागरूक हो रहे हैं। अभी 45 साल से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। जिले में इस आयु वर्ग के करीब एक लाख 86 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
टीका लगाना जरूरी इसलिए दूर से आए
शहर के कुछ टीकाकरण केंद्रों का जायजा लिया। शहर में 17 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। वैक्सीन की कमी के कारण किसी भी केंद्र में टीकाकरण नहीं हुआ। धरमपुरा स्थित आयुष्मान वेलनेस हेल्थ सेंटर में दोपहर 12 बजे एक दर्जन से अधिक लोगों की मौजूदगी थी।
ये सभी टीका लगाने आए थे। शहर से चार किमी दूर ग्राम कोंडावाल से पहुंचे ग्रामीणों रूपसिंह, आयतुराम ने बताया कि वहां की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने घर में आकर टीका लगाने के लिए बताया था।
बताया गया था कि सोमवार को धरमपुरा अस्पताल में टीका लगेगा इसलिए वे यहां आए हैं लेकिन यहां आने पर पता चला कि टीका खत्म हो गया है। ग्रामीणों का कहना था कि कोरोना बीमारी फैली है इसलिए टीका लगाना जरूरी है, तभी तो दूर से आए हैं।
धरमपुरा निवासी तरूण साव का कहना था कि वह जब तक टीका नहीं लगाया जाता रोज अस्पताल आएंगे। बस्तर हाईस्कूल स्थित टीकाकरण केंद्र में भी दोपहर साढ़े बारह बजे 16 लोग एकत्र थे लेकिन टीकाकरण केंद्र बंद था।