छत्तीसगढ़

बीएसपी अस्पताल के नवजात शिशु विभाग ने दिखाई उत्कृष्टता, नवजात शिशुओं को मिला नयाजीवन

भिलाई। बीएसपी में कोविड के जंग में लगी डॉक्टरों की टीम के बीच एक ऐसी खबर आयी की 3 नवजात शिशुओं के जीवन बचाने में बीएसपी के नवजात शिशु विभाग के डॉक्टरों की टीम ने कमाल कर दिया। एक ओर कोविड की आपदा से जुझ रहे अस्पताल की टीम के मध्य नवजात शिशुओं को पुर्नजीवन देने वाले डॉक्टर्स आज इन माता-पिताओं को फरिश्ते की तरह लग रहे है। कोविड महामारी में जब जीवन का संघर्ष में हमारे डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ एक योद्धा की तरह डटे हों तो, इस संकट में भी कई सुखद समाचार परिवारों को हर्षित कर देता है। ऐसे ही प्रयास को बीएसपी के नवजात शिशु विभाग ने अंजाम दिया। इन माता-पिताओं से हमने बात की इनके अनुभव को जाना। मास्क के पिछे छिपे इन नवजात शिशुओं की माताओं की खुशी उनके स्वरों व शब्दों में स्पष्ट झलक रही थी।

नियोनेटल यूनिट के उत्कृष्ट चिकित्सा व समर्पण से बची जान- दिव्या

नवजात शिशु की माँ श्रीमति दिव्या हरित प्रशंसा करते हुए कहती हैं कि मेरी बच्ची को पैदा होते ही साँस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसे लगातार बुखार आ रहा था। ऐसे क्रीटिकल वक्त में बीएसपी के नियोनेटल यूनिट ने मेरी बच्ची का इलाज प्रारंभ किया। वेंटीलेटर सपोर्ट के साथ ही अन्य चिकित्सकीय उपाय तथा दवाईयां प्रारंभ की गयी। सेक्टर-9 अस्पताल के डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ के उत्कृष्टता व समर्पण का नतीजा है कि आज 14 दिन बाद मेरी बच्ची जीवन की जंग जीतकर घर लौट रही है। मै नवजात शिशु विभाग के सभी डॉक्टरों का दिल से शुक्रिया अदा करती हूँ।

सेक्टर-9 अस्पताल के प्रयासों से मेरी बच्ची को मिला नया जीवन- दिपिका

श्रीमति ए दिपिका अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहती है कि मेरी बच्ची को पैदा होेते ही कई जटिलताओं ने उसके जीवन को जोखिम में डाल दिया था।

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